स्वस्थ भारत की रसोई के लिए केमीकल फ्री फूड की मिशन में जुटेसंघर्ष से सफलता तक: मुकेश कुमार ससंह की प्रेरक जीवनगाथा
मुके श कुमार ससंह की कहानी ससफष एक व्यसि की नहीं, बसकक हजारों-लाखों उन लोगों की आवाज है जो सीसमत संसाधनों और जीवन की कठिनाइयों के बीच भी अपने संककप और मेहनत से एक नई दिशा गढ़ते हैं। सबहार के एक छोटे से गााँव में जन्मे मुके श कुमार ससंह ने सजन पठरसथथसतयों से सनकलकर समाज के सलए एक उद्देश्यपूर्ष राह चुनी, वह वाथतव में प्रेरर्ािायक है।
प्रारसंभक जीवन और सशक्षा
मुके श कुमार ससंह का जन्म 16 अगथत 1978 को सबहार के एक गरीब दकसान पठरवार में हुआ। उनके सपता एक साधारर् दकसान थे और चार बच्चों में मुके श तीसरे थथान पर थे। बचपन से ही वे पढ़ाई-सलखाई में पठरवार के अन्य बच्चों से आगे रहे। गरीबी और संसाधनों की...